Friday, May 25, 2012

शेर सिंह राणा ...







असली राजपूत.....अंतिम हिन्दू सम्राट प्रथ्वीराज चोहान का ''बेटा'' 

तिहाड़ 


जेल में.............................

जेल मे बंद डकेत फूलन देवी के कातिलके रूप में तो " शेर सिंह राणा
को 
सब जानते हे,पर देश के एक महान सम्राट के सम्मान को बनाये रखने 
के 
लिए उसने वो कर दिखाया जो तो कोई भारतीय कर पाया भारत 
सरकार,पर जब इस जेल में बंद शेर को कही से एक जानकारी मिली की 
अफगानिस्तान मे मोहमद गौरी की मजार के बाहर अंतिम हिन्दू सम्राट
पृथ्वीराज चौहान " की अस्थिया रखी गई है जिन्हें आज तक वहां जाने 
वाला हर शख्श अपमानित करता है ! इतना सुनते ही इस "पिंजरे में बंद 
शेर " ने ठान लिया की वह उन अस्थियो को सम्मान हिंदुस्तान लेकर 
आयेगा ! देश की सबसे मजबूत जेल"तिहाड़" को तोड़ कर उन्होंने 
अफगानिस्तान जाने का सोचा,और उन्होंने वो कर भी दिखाया,पूरा देश 
अचंभित हो गया की तिहाड़ से निकल कर वो अफगानिस्तान पहुचे तथा 
812 वर्षो से अपमानित की जा रही पृथ्वीराज चौहान की अस्थियो को 
अपने केमरे मे डाल कर भाग निकले वहा से अपनी माँ के नाम उन 
अस्थियो को कोरियर कर दिया ! भला जेल से भागने के बाद कोई अपनी 
जान फिर क्यों जोखिम मे डालेगा ." शेर सिंह राणा " वो शेर है जिसने 
इस युग मे भी वास्तविक क्षत्रि धर्म के अनुरूप जीवन जिया है ! ३५ साल 
की उम्र मे उन्होंने वो कर दिखाया जो कोई ना कर सका ! उन्होंने वो 
किया जो एक बेटा अपने पिता के लिए करता हे,उनकी अस्थियो का 
विसर्जन इसलिए मेने उन्हें सम्राट का बेटा कह कर संबोधित किया 
हे,शायद पूर्वजन्म में वो सम्राट पर्थ्वीराज चोहान के बेटे रहे हो और 
पिछले जन्म का कर्ज उन्होंने इस जन्म में पूरा किया हो,अफगानिस्तान 
से लोटने बाद उन्होंने 2006 मे कोलकाता मे सरेंडर किया ! आज वो 
तिहाड़ की जेल नंबर की हाई रिस्क बेरक मे बंद है 

Wednesday, May 23, 2012

आज सुबह RNDTV पर एक पोल देखा |




प्रश्न था की "अगर आज चुनाव हो जाते हैं तो आप किसको वोट देंगे ? "
सभी जानते हैं की हमारे देश में मतदान गुप्त होता है , तो इस दलाल चेनल को यह प्रश्न पूछने का अधिकार किसने दे दिया ? उससे अधिक हास्यास्पद बात यह रही की इसका परिणाम ऐसा रहापोर्न्ग्रेस : 75%भारतीय जनता पार्टी : 25%
सब लोग देख रहे हैं की सोशियल मिडिया ने इन पोर्न्ग्रेसियों की अच्छी बेन्ड बजायी हुयी है | आज ट्विटर पर #Narendramodiaspm के अंतर्गत लाखो लोगों ने नए तथ्यों के साथ मोदी जी को प्रधानमंत्री बनने की इच्छा व्यक्त की है और अभी भी ट्रेंड जारी है |
अब प्रश्न यह उठता है की ऐसे कौनसे लोग हैं जो सिर्फ इन rNDTV वालों को ही अपनी राय देना चाहते हैं और कही नहीं ?
हाँ दोस्तों आप सही समझे , यह सब सेट किया हुआ पोल है | जो पोर्न्ग्रेसी दुसरे समाचारों द्वारा मोदी जी को प्रधानमंत्री बनते नहीं देख पा रहे हैं उनको " आरक्षित " पोल दिखाकर वाहवाही लूटने तथा उगाही करने के लिए आमंत्रण दिया जा रहा है |
नीचे पढ़िए इस बागड़ बिल्ले चेनल के मालिक और उसकी पत्नी द्वारा मचाई गयी करोड़ों की लूट का कच्चा चिटठा |
यह एक ऐसे घोटाले की खबरे हैं जिसे पढ़ कर आप बरखा दत्त और वीर सांघवी के कर्म भूल जाएंगे। यह घोटाला करने का आरोप भी एनडीटीवी के चेयरमैन प्रणय राय पर है और इसे गंभीरता से लेने पर प्रणय राय हर्षद मेहता और केतन पारिख से ज्यादा अलग नजर नहीं आएंगे।
यह इल्जाम किसी आम आदमी ने नहीं लगाया। देश के सबसे सम्मानित पत्रकारों में से एक, भूतपूर्व सांसद, हेडलाइंस टुडे चैनल के मुखिया और संडे गार्जियन के संपादक एम जे अकबर ने बाकायदा लिख कर लगाया है और प्रणय राय और उनकी राधिका राय को चुनौती दी है कि इसका खंडन करे। यह घोटाला आईसीआईसीआई बैंक के साथ मिल कर किया गया बताया गया है।
घोटाले का तौर तरीका बताता है कि आर आर आर आर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के पास एनडीटीवी के अपार शेयर पडे हैं। इन शेयरों की कीमत नकली खरीददारी कर के जुलाई और अक्टूबर 2008 के बीच बढ़ा चढ़ा कर 439 रुपए प्रति शेयर बताई गई। कहा गया कि शेयर बढ़ रहे हैं इसलिए कंपनी अपनी शेयर वापस खरीदना चाहती है मगर उसके पास नकदी नहीं है। ईमानदार एनडीटीवी ने इंडिया बुल्स फाइनेंस सर्विस से 9070297 शेयर गिरवी रख कर 363 करोड़ रुपए ले लिए। यह कर्ज था और जुलाई 2008 में लिया गया था। अगस्त 2008 को शेयर बाजार लुढ़क गया। इंडेक्स 22 हजार से घट कर दस हजार पर आ गया औरएनडीटीवी के शेयर की कीमत 100 रुपए रह गई। इंडिया बुल्स ने एनडीटीवी से कहा कि हमारा पैसा वापस करो।
एनडीटीवी हमेशा की तरह कंगाल था। प्रणय राय ने अपनी साख का सहारा ले कर और शायद बरखा दत्त के टाटाओं, अंबानियों और राडियाओं से रिश्तों को इस्तेमाल कर के आईसीआईसीआई बैंक से अक्टूबर 2008 में 4741721 शेयरों के बदले 375 करोड़ रुपए का कर्ज लिया और ये वे शेयर थे जो आर आर आर आर नाम की अज्ञात कंपनी के पास थे। आईसीआईसीआई की चंदा कोचर जानबूझ कर अंधी हो गई और उन्होंने 100 रुपए का शेयर 439 रुपए का मान कर गिरवी रख लिया। यह पहला बड़ा घोटाला था।
इसके बाद एक और आर्थिक शातिर चाल में शेयर्स का दाम 23 अक्टूबर 2008 को 99 रुपए रह गया और 375 करोड़ के कर्जे के बदले बैंक के पास सिर्फ 47 करोड़ की गारंटी मौजूद रह गई और अब इस शून्य को भरना था। आर आर आर आर कंपनी के बारे में पता चला कि इसके मालिक प्रणय राय और राधिका राय हैं और जुलाई 2008 से पहले इसके पास एनडीटीवी का एक भी शेयर नहीं था और इसकी कुल पूंजी ही मात्र एक लाख रुपए थी। धंधा यह जरूर सैकड़ों का कर रही थी। केतन पारिख ने ये किया तो बेचारा जेल में और प्रणय राय देश को ज्ञान बांटने का पेशा कर रहे हैं।
अभी आघात खत्म नहीं हुए हैं। पैसा का हेर फेर हो जाने के कुछ ही दिन बाद पति पत्नी की चार बार आर नाम वाली कंपनी को चंदा कोचर की बैंक ने लगभग 74 करोड़ का कर्ज फिर दे दिया। यह गैर कानूनी था और अनैतिक भी। कॉरपोरेट मामलों का मंत्रालय भी खामोश रहा।
नवंबर में सीबीआई ने जब जीवन बीमा निगम और अन्य बैंकों के अधिकारियों को कुख्यात कर्ज घोटाले में पकड़ा तो पता चला कि एनडीटीवी विदेशों से भी मोटा कर्जा लेता रहता है और उसके बदले वही शेयर गिरवी रखता रहता है जो भारत में दूसरों के पास गिरवी रखे होते हैं। इसके लिए एनडीटीवी की विदेशों में कुछ फर्जी कंपनियां भी है।
अब बिक चुके एनडीटीवी इमेजिन के दस रुपए के शेयर 776 रुपए में बेचे गए। यह तब हुआ जब चैनल बिक जाने के बावजूद घाटे में हैं। मगर प्रणय राय ने नकली तौर पर बढ़ाए गए दामों का एक पैसा भारतीय शेयर धारकों को नहीं मिला। वैसे एनडीटीवी के शेयर लगातार लुढ़क रहे हैं और अब विदेशों से नाम भुनाने की कोशिश की जा रही है। जो कंपनियां एनडीटीवी के लिए विदेशों में काम कर रही है उनमें से एक का पता 90, हाई हॉल बॉर्न लंदन हैं और यह रैगरपुरा की तरह अपेक्षाकृत गरीब लोगों के रहने की बस्ती शायद इसी झोपड़पट्टी में प्रणय राय को अपना भविष्य नजर आ रहा हो।